भारत में छात्रों द्वारा मैनेजमेंट कॉलेजों और इंस्टीट्यूट्स को बी-स्कूलों के रूप में ही मानना आम बात है. लेकिन क्या आपको पता है कि आईआईएम्स अपने आप को एक बीस्कूल नहीं मानते हैं ? प्रोफेसर वी के उन्नी,फैकल्टी, पब्लिक पॉलिसी एंड मैनेजमेंट ग्रुप,आईआईएम कलकत्ता यह बता रहे हैं कि भारत में आईआईएम कलकत्ता और अन्य प्रमुख एमबीए कॉलेजों को बी-स्कूलों के रूप में क्यों नहीं देखा जाना चाहिए ? वीडियो के अंत में उन्होंने डिजिटल एज की वजह से आज के व्यावसायिक युग में उत्पन्न होने वाली चुनौतियों और अवसरों के विषय पर भी प्रकाश डाला है.
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